अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग का प्रमुख उद्देश्य भारत और विदेशों में हिंदी भाषा और साहित्य के शिक्षण] प्रशिक्षण तथा अध्ययन-अध्यापन में गुणात्मक सुधार लाना एवं छात्रों को हिंदी साहित्य/भाषा शिक्षण एवं हिंदी शोध-प्रविधियों का परिचय देना है।
संस्थान (मुख्यालय) के अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग में निम्नलिखित योजना के अनुसार विदेशी विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है।
भारत सरकार की “विदेशों में हिंदी का प्रचार-प्रसार योजना” के अंतर्गत चुने गए विद्यार्थी
सत्र 2023-24 में प्रवेश के लिए समिति की बैठक दिनांक 16 मई, 2023 को दिल्ली केंद्र में आयोजित की गई। अध्ययन हेतु बैठक में कुल 100 विद्यार्थियों को चयन किया गया है। इस वर्ष 25 विद्यार्थी प्रतीक्षा सूची में रखे गए हैं। चयनित विद्यार्थियों के राजनैतिक अनापत्ति हेतु पत्र प्रेषित किया जा चुका है। माह अगस्त, 2023 में विद्यार्थियों के आगमन की संभावना है।
विभाग में विश्व के विभिन्न देशों से आने वाले विदेशी छात्रों को चार स्तर
- हिंदी भाषा दक्षता प्रमाण पत्र (पाठ्यक्रम कोड : 100),
- हिंदी भाषा दक्षता डिप्लोमा (पाठ्यक्रम कोड : 200),
- हिंदी भाषा दक्षता उच्च डिप्लोमा (पाठ्यक्रम कोड : 300),
- स्नातकोत्तर हिंदी डिप्लोमा (पाठ्यक्रम कोड : 400)
के पाठ्यक्रमों के अंतर्गत हिंदी शिक्षण प्रदान किया जाता है।
आगरा मुख्यालय में अधुनातन तकनीक से हिंदी शिक्षण-प्रशिक्षण प्रदान कराने में स्मार्ट क्लास, डिजिटल भाषा प्रयोगशाला, कंप्यूटर प्रयोगशाला एवं मल्टीमीडिया शिक्षण कक्ष का उपयोग एक महत्वपूर्ण प्रयोग है।
शैक्षिक सदस्य | |||
प्रो. बीना शर्मा विभागाध्यक्ष |
डॉ. जोगेंद्र सिंह मीणा एसोसिएट प्रोफेसर |
डॉ. दीपमणि बरुआ एसोसिएट प्रोफेसर |
डॉ. कृष्ण कुमार पाण्डेय असिस्टेंट प्रोफेसर |
डॉ. रेनू चौधरी असिस्टेंट प्रोफेसर |
डॉ. पुरुषोत्तम पाटिल असिस्टेंट प्रोफेसर |
प्रशासनिक सदस्य | ||
श्री ओम प्रकाश शर्मा उच्च श्रेणी लिपिक |
श्री मुस्तकीम कम्प्यूटर टंकक (अनुबंध) |
श्री जितेन्द्र सिंह एमटीएस (अनुबंध) |
- हिंदी भाषा दक्षता प्रमाण पत्र (पाठ्यक्रम कोड : 100),
- हिंदी भाषा दक्षता डिप्लोमा (पाठ्यक्रम कोड : 200),
- हिंदी भाषा दक्षता उच्च डिप्लोमा (पाठ्यक्रम कोड : 300),
- स्नातकोत्तर हिंदी डिप्लोमा (पाठ्यक्रम कोड : 400)