केंद्रीय हिंदी संस्थान के विभिन्न अकादमिक और अनुसंधान एवं विकासपरक उद्देश्यों को पूरा करने के लिये समय-समय पर मुख्यालय आगरा के अधीन विभिन्न शैक्षणिक विभागों की स्थापना की गई। वर्तमान में संस्थान मुख्यालय के अंतर्गत निम्नलिखित शैक्षिक विभाग संचालित हैं -
अध्यापक शिक्षा विभाग
नवीकरण एवं भाषा प्रसार विभाग
अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग
पूर्वोत्तर सामग्री निर्माण विभाग
अनुसंधान तथा भाषा विकास विभाग
संध्याकालीन पाठ्यक्रम विभाग
सूचना तथा भाषा प्रौद्योगिकी विभाग
दूरस्थ अध्यापक शिक्षा (पत्राचार) विभाग
अध्यापक शिक्षा विभाग
केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल की स्थापना के विभिन्न लक्ष्यों में से एक प्रमुख लक्ष्य है – देश के हिंदीतर भाषी राज्यों में हिंदी के शिक्षण के लिए दक्ष और योग्य हिंदी शिक्षक तैयार करना। संस्थान का अध्यापक शिक्षा विभाग मंडल के इसी महत्वपूर्ण उद्देश्य की पूर्ति करता है। [विस्तृत विवरण] |
नवीकरण एवं भाषा प्रसार विभाग
इस विभाग का प्रमुख कार्य देश के विभिन्न हिंदीतरभाषी राज्यों के सेवारत हिंदी शिक्षकों के लिए शिक्षक नवीकरण, संवर्धनपरक और भाषा-संचेतना कार्यक्रमों का संचालन करना है।
[विस्तृत विवरण] |
अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग
अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभाग का प्रमुख उद्देश्य भारत और विदेशों में हिंदी भाषा और साहित्य के शिक्षण] प्रशिक्षण तथा अध्ययन-अध्यापन में गुणात्मक सुधार लाना एवं छात्रों को हिंदी साहित्य/भाषा शिक्षण एवं हिंदी शोध-प्रविधियों का परिचय देना है। [विस्तृत विवरण] |
पूर्वोत्तर सामग्री निर्माण विभाग
इस विभाग का प्रमुख कार्य देश के पूर्वोत्तर राज्यों के विद्यार्थियों के लिए शिक्षण सामग्री (पाठ्य पुस्तकें, अभ्यास पुस्तिकाएँ, शब्दकोश आदि) तैयार करना है। [विस्तृत विवरण] |
अनुसंधान तथा भाषा विकास विभाग
इस विभाग का प्रमुख कार्य हिंदी भाषा शिक्षण संबंधी अनुसंधान और विकासपरक कार्यों / परियोजनाओं का संचालन करना है। यह विभाग संस्थान की शोध पत्रिका गवेषणा के संपादन का कार्य करता है। [विस्तृत विवरण] |
संध्याकालीन पाठ्यक्रम विभाग
इस विभाग का प्रमुख कार्य विद्यार्थियों के लिए दक्षतापरक पाठ्यक्रमों (पत्रकारिता एवं जनसंचार, अनुवाद, अनुप्रयुक्त हिंदी भाषाविज्ञान) का संचालन करना है।
प्रो. उमापति दीक्षित |
सूचना तथा भाषा प्रौद्योगिकी विभाग
इस विभाग का प्रमुख कार्य विभिन्न अकादमिक विभागों के लिए सूचना प्रौद्योगिकीपरक प्रशिक्षण कार्यक्रम, भाषा प्रौद्योगिकी और शैक्षिक मल्टीमीडिया विकास संबंधी कार्य योजनाओं का संचालन करना है। [विस्तृत विवरण] |
दूरस्थ अध्यापक शिक्षा (पत्राचार) विभाग
इस विभाग का प्रमुख कार्य देश के विभिन्न हिंदीतरभाषी राज्यों के विद्यार्थियों के लिए दूरस्थ/पत्राचार माध्यम से शिक्षक-प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन करना है।
प्रो. हरिशंकर विभागाध्यक्ष एवं शैक्षिक समन्वयक |